मनुष्य जब संसार से जाता है , तो भलाई या बुराई ही , साथ ले जाता है। Kabir
प्रयत्नशील मनुष्य के लिए आशा सदैव जीवित रहती है।
प्रत्येक मनुष्य को अपने विचारों और, कार्यों में ईमानदारी के प्रति समर्पण, का भाव पैदा करना चाहिए। A . P . J . Abdul Kalam
प्रेम की प्यास एक आजीवन, कमजोरी बनकर मनुष्य के, साथ रहती है। William Shakespeare
केवल वही मनुष्य सब की, उपेक्षा उत्तम रूप से करता है , जो पूर्णतया निस्वार्थ है , जिसे ना धन का लालच , ना कीर्ति का और ना , अन्य किसी वस्तु का है । Swami Vivekanand
मनुष्य जिस समय पशु के समान, आचरण करता है उसी समय वह, पशुओं से भी नीचे गिर जाता है। Rabindranath Tagore
मनुष्य सुबह से शाम तक काम करके , उतना नही थकता है , जितना क्रोध और चिंता से एक क्षण में, ही थक जाता है I BK SHIVANI'
मनुष्य अपने विश्वास से , निर्मित होता है , जैसा वो विश्वास करता है , वैसा वो बन जाता है I Shrimad Bhagwad Gita
विचारवान व संस्कारवान मनुष्य ही , अमीर व महान होता है , तथा विचारहीन मनुष्य कंगाल , और दरिद्र होता है I Baba Ramdev
अपने स्थान पर बने रहने से , ही मनुष्य पूजा जाता है। Chanakya